खट्टर सरकार पर मंडरा रहा खतरा टला, गिरा अविश्वास प्रस्ताव

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हरियाणा। मनोहर लाल खट्टर सरकार पर मंडरा रहा खतरा टल गया। कांग्रेस द्वारा विधानसभा में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। सीएम खट्टर ने 55 वोटों के साथ अपनी सरकार को सुरक्षित कर लिया। सदन में अपनी जीत के बाद सीएम खट्टर ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसान कानून वापस नहीं होंगे। जो संशोधन किसानों ने मांगे हैं, वह करने को तैयार हैं।

सीएम ने कहा कि किसान कानून रद्द होने होते तो 2 महीने पहले ही हो जाता। आंदोलनकर्ताओं को विपक्ष के नेताओं के जरिए अपील है कि वे प्रदेश का नुकसान नहीं करें। फसल को नुकसान पहुंचाना और आत्महत्या करना सही नहीं है। खड़ी फसल बच्चे के बराबर होती है। ऐसे कदन उठाने से सिर्फ नुकसान ही होता होता।

किसानों के दूध नहीं बेचने पर भी सीएम खट्टर ने कहा कि इस तरह की जिद्द से किसका नुकसान होगा, ये सोचने वाली बात है। क्या किसानों का दूध 100 रुपये लीटर बिका? उन्होंने कहा कि विपक्ष को वह दूध खरीदना चाहिए था, ताकि किसानों का नुकसान नहीं हो। सीएम खट्टर ने विपक्ष से आंदोलन को खत्म करने में मदद करने की अपील भी की।

कृषि कानून पर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि आने वाले समय में इन कानूनों पर फैसला होगा। फिलहाल हालात  देश के हित में नहीं है। जो भाषा बोली जा रही है, वह सही नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रास्ता लंबा है। आपको अगर कोई गुमां है तो उसको निकाल दें। उन्होंने कहा कि समाज को सुखी रखना हमारा काम है। हम सभी के हित की योजनाएं तैयार करेंगे।

उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी सदन में विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता हथियाना चाहती है। लेकिन ये मुंगेरी लाल के हसीन सपने हैं। ये कभी पूरे नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि ये सरकार पूरे 5 साल चलेगी। प्रदेश को विकास के रास्ते पर बढ़ाने का काम करेगी। मैं कांग्रेस को चैलेंज देता हूं 1 तारीख से फसल की खरीद शुरू कर रहे हैं। आप पड़ोसी राज्यों जहां कांग्रेस की सरकारें हैं, वहां इसका ऐलान तो करा कर दिखाएं।