नोकिया स्मार्टफोंस के जरिए बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा के लिए बनाएगी सक्षम

देश नई दिल्ली सरोकार
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  • कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन और एचएमडी ग्लोबल की साझेदारी

नई दिल्‍ली। नोकिया स्मार्टफोंस के जरिए वंचित बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा के लिए सक्षम बनाएगी। इसके लिए नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी द्वारा स्थापित कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन (केएससीएफ) और नोकिया फोन बनाने वाली कंपनी एचएमडी ग्लोबल ने साझेदारी की है। इस पहल के एक हिस्से के रूप में 1740 से ज्‍यादा 1.65 करोड़ रुपयों से ज्‍या कीमत के नए नोकिया स्मार्टफोंस ग्रामीण इलाकों और शहरी झुग्गियों के बच्चों, बाल शोषण से बचे बच्चों के साथ-साथ जयपुर में बंजारा समुदाय के पहली पीढ़ी के शिक्षार्थियों को बांटे जाएंगे।

केएससीएफ के दो सबसे प्रमुख सामाजिक कार्यक्रम के लाभार्थी बच्चों को यह फोन दान किए गए

1. बाल मित्र ग्राम (बीएमजी)

2. बाल मित्र मंडल (बीएमएम)   

साथ ही, यह फोन बाल आश्रम में रहने वाले बच्चों में भी बांटे जाएंगे। बाल आश्रम जयपुर के पास एक शेल्टर होम है, जहां बाल शोषण से बचाए गए बच्चों को पुनर्वासित किया जाता है। केएससीएफ का सहयोगी संगठन बाल आश्रम ट्रस्ट इसे चलाता है। बाल आश्रम के पास रहने वाले बंजारा समुदाय के पहली पीढ़ी के शिक्षार्थियों को भी फोन दिए जाएंगे। इस समुदाय के बच्चें फिलहाल ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे 11 बंजारा एज्युकेशनल सेंटर्स में निरौपचारिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

इन सभी कार्यक्रमों में दिए जा रहे डोनेशन से दिल्ली, कर्नाटक, बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और झारखंड के गरीब परिवारों के 6000 से ज्‍यादा बच्चें लाभांवित होंगे, जिनकी शिक्षा में महामारी के कारण विद्यालय बंद होने से बाधा आ गयी थी।

केएससीएफ के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर एससी सिन्हा ने बताया कि लॉकडाउन के कारण विद्यालय बंद होने से गरीब परिवारों के बच्चों की शिक्षा पर सबसे अधिक विपरीत प्रभाव पड़ा है। स्मार्टफोन्स नहीं होने की वजह से यह बच्चे ऑनलाइन शिक्षा नहीं ले पा रहे हैं। उनकी शिक्षा पूरी तरह से रुक गयी है। इन बच्चों के पास स्मार्टफोन आने पर वे ऑनलाइन शिक्षा पा सकेंगे। अपने विद्यालय से फिर एक बार जुड़ पाएंगे। यह फोन्स उनके लिए सशक्तिकरण का स्रोत बन सकते हैं।

एचएमडी ग्लोबल के वाईस प्रेसिडेंट सन्मीत कोचर ने बताया कि सकारात्मक सामाजिक प्रभाव लाने के लिए युवा पीढ़ी को शिक्षा और कौशल विकास के अवसर मुहैया करने पर भारत में हमारे सीएसआर प्रयासों का मुख्य ज़ोर होता है। समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सुनिश्चित करने के संयुक्त राष्ट्रों के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल 4 (एसडीजी 4) से हमारे शिक्षा के लिए किए जा रहे प्रयास प्रेरित हैं। हम मानते हैं कि कभी भी, कही पर भी शैक्षिक कंटेंट असीमित मात्रा में उपलब्ध कराते हुए स्मार्टफोन प्रौद्योगिकी एसडीजी 4 में योगदान देती है।