नाबार्ड का झारखंड ग्रामीण मेला शुरू, उत्‍पादों के साथ भाग ले रहे ग्रामीण कारीगर

झारखंड
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रांची। नाबार्ड, झारखंड के तत्‍वावधान में ‘झारखंड ग्रामीण मेला 2021’ रांची के करमटोली चौक स्थित सेलिब्रेशन हाल में 17 मार्च से शुरू हुआ। यह 20 मार्च तक चलेगा। इसमें राज्‍य के विभिन्‍न जिलों से ग्रामीण कारीगर अपने उत्‍पादों के साथ भाग ले रहे हैं। इसका उद्घाटन झारखंड की ग्रामीण विकास सचिव श्रीमती आराधना पटनायक और नाबार्ड के मुख्‍य महाप्रबंधक आशीष कुमार पाढ़ी ने संयुक्‍त रूप से किया।

ग्रामीण कारीगर, बुनकर, एसएचजी और अन्य उद्यमियों को अपने उत्पादों को प्रभावी ढंग से बाजार में प्रोत्साहित करने और समर्थन देने के लिए नाबार्ड ग्रामीण विकास निधि से प्रदर्शनी और मेलों आदि के आयोजन के लिए सहायता प्रदान करता रहा है। इससे बड़े पैमाने पर ग्रामीण कारीगर और एसएचजी सदस्यों को शहरी बाजारों में निवेश करने और अपनी क्षमता दिखाने में मदद मिलती है। प्राप्त अनुभव ने उन्हें अपने उत्पाद और मार्केटिंग रणनीतियों को ठीक करने में मदद मिलती है।

नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एके पाढ़ी ने ग्रामीण कारीगरों के आर्थिक उत्थान और सामाजिक सशक्तिकरण में नाबार्ड की भूमिका पर प्रकाश डाला। ग्रामीण विकास सचिव अराधना पटनायक ने कहा कि इस तरह की पहल से ग्रामीण कारीगरों को दूरदराज और दूर दराज के क्षेत्रों से नए बाजारों और ग्राहकों को उजागर करने के लिए एक मंच मिलेगा। 

झारखंड के सभी जिलों के ग्रामीण कारीगर अपने विभिन्न उत्पादों के साथ भाग ले रहे हैं। इन उत्‍पादों में लाख की चूड़ियां, हर्बल कॉस्मेटिक उत्पाद, बांस शिल्प, शहद और कृषि खाद्य उत्पाद, पारंपरिक आदिवासी आभूषण, खादी हथकरघा वस्तुओं, सजावटी सामान, दीवार हैंगर,जूट-दारी, वर्मी कंपोस्‍ट, ऑर्गेनिक काजू आदि शामिल हैं।

इस पहल को कारीगर, एसएचजी, जेएलजी, एफपीओ सदस्यों के उत्पादों की बिक्री के लिए को भरने का प्रयास मात्र  है। इन समूहों के कारीगरों का क्षमता निर्माण नाबार्ड कार्यक्रमों जैसे MEDP, LEDP, FPO, OFPO, SKILL TRAINING, RURAL HAAT, RURAL MART, WADI कार्यक्रम आदि द्वारा कि‍या गया है।