जेपीएससी लेक्‍चरर नियुक्ति घोटाला : सीबीआई ने कसा शिकंजा, एक प्रोफेसर हिरासत में

झारखंड मुख्य समाचार
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सुनील कमल

हजारीबाग। झारखंड लोक सेवा आयोग की नियुक्ति घोटाला में सीबीआई ने शिकंजा कस दिया है। इस मामले में सीबीआई ने रांची विमेंस कॉलेज में छापेमारी की। एक प्रोफेसर ममता केरकेट्टा को हिरासत में लिया है। हालांकि इसकी पुष्टि सीबीआई की तरफ से नहीं की गयी है।

आयोग ने वर्ष 2008 में लेक्चरर नियुक्ति में काफी अनियमितता बरती थी। इस दौरान यूजीसी एक्ट, सेंट्रल एक्ट, डिसेबल्ड एक्ट का खुल्लेआम उल्लंघन किया था। जेट परीक्षा की कापियां गायब कर दी गयी थी। फाइनल रिजल्ट में आयोग के किसी भी सदस्य और अध्यक्ष, एक्सपर्ट, इंटर्नल एक्सपर्ट के हस्ताक्षर ही नहीं हैं। कोई मेरिट लिस्ट ही नहीं बनाये गये थे। अभ्यर्थियों की शिकायत पर सीबीआई जांच की गयी थी। सीबीआई ने भी पूरे आरोप सही पाये। इंटरव्यू में भी नंबर गलत तरीके से ज्यादा कर दिए गये।

जांच में यह भी पाया गया था कि फर्जी दिव्यांगों ने भी गलत प्रमाण दे कर अपनी नियुक्ति कराई। वगैर बेट, नेट, पीएचडी उतीर्ण किये भी लेक्चरर बना दिये गये। अब सीबीआई कोर्ट ने अपनी कार्रवाई फिर से एक बार शुरू की है। इस कार्रवाई के तहत ममता केरकेट्टा को सीबीआई ने अरेस्ट कर 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

सीबीआई ने बीते एक अक्टूबर 2019 में लेक्‍चरर नियुक्ति घोटाले की जांच पूरी करने के बाद कुल 69 लोगों पर चार्जशीट दायर किया था। इनमें जेपीएससी के पांच अधिकारी,  59 परीक्षार्थी और पांच परीक्षक शामिल हैं।