गलत तरीके से मनरेगा योजना की मंजूरी का आरोप, बताया निराधार

झारखंड
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विवेक चौबे

गढ़वा। जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बलियारी पंचायत में मनरेगा योजना से गलत तरीके से 11 कूपों की स्वीकृति प्रदान की गयी है। एक परिवार के दो-दो लागों को कूप योजना का लाभ दिया गया है। यह आरोप विधायक प्रतिनिधि अजय कुमार सिंह ने लगाया।

विधायक प्रतिनिधि ने कहा कि बिना पंचायत कार्यकारिणी की बैठक किये उक्त योजना की स्वीकृति प्रदान की गयी है, जो नियम विरुद्ध है। पंचायत से लेकर कांडी प्रखंड तक घोर लापरवाही को दर्शाता है। इस योजना के तहत भिलमा में 1, जमुआ में 1, अमडीहा में 1, नाउभिलमा में 2 और बलियारी में 6 कूपों की स्वीकृति दी गयी है। एक ही परिवार के दो -दो लोगों को कूप का लाभ दिया गया है।

विधायक प्रतिनिधि ने कहा कि मनरेगा बीपीओ ने बताया कि जिस पंचायत में मनरेगा योजना में मिट्टी का वर्क अधिक हुआ है, उसी पंचायत में पक्का वर्क अधिक करना है। सभी पंचायतो से कम मेंडेज बलियारी पंचायत में है। उन्होंने पूछा कि किस परिस्थिति में एक ही जगह इतनी योजनाएं स्वीकृत की गयी है। सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि अगर उक्त योजना को रद्द नहीं की गयी तो यह जांच का विषय बनेगा।

इस विषय में बलियारी पंचायत मुखिया प्रतिनिधि सतेंद्र साह ने कहा कि उक्त सभी योजनाओं की स्वीकृति नवंबर, 2020 में पंचायत कार्यकारिणी की बैठक में ली गई है। वहां से पास होकर प्रखंड कार्यालय को भेजा गया है। गलत तरीके से योजना की स्वीकृति देने का आरोप निराधार है।