रांची। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ प्राथमिक प्रकोष्ठ के दक्षिणी छोटानगपुर प्रमंडलीय बैठक में बनी कार्ययोजना शिक्षक हित में कामयाब रही। महासंघ के पदधारी के साथ विभिन्न जिलों के शिक्षक प्रतिनिधि के सहयोग एवं प्रयास से यह सफलीभूत हुआ। उक्त बातें महासंघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी अरुण कुमार दास ने कही।
श्री दास ने कहा कि विगत 7 फरवरी को सेवा भारती रांची में हुई बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इसमें लिये गये निर्णय के आलोक में महासंघ के पदधारी वित विभाग, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अफसरों से मिले। राज्य के प्राथमिक शिक्षकों की वर्षों से प्रोन्नति लंबित रहने के फलस्वरूप राज्य के लगभग सभी विद्यालय प्रधानाध्यापक विहीन हो चुके हैं। विधानसभा के बजट सत्र में इस मामले को उठवाया। जेपीएससी से 2003 में चयनित और नियुक्त कुछ शिक्षक सरकारी प्रक्रिया की लेट लतीफी के कारण पुरानी पेंशन से वंचित हो गए थे। इस पर महासंघ आरंभ से ही सड़क से सदन और उच्च न्यायालय के स्तर पर बड़ी ही संजीदगी से संघर्षरत था। इसका फल अंततः सरकार की अधिसूचना जारी करने से मिला।
संयोजक आशुतोष कुमार, सह संयोजक विजय बहादुर सिंह ने बताया कि इसके अतरिक्त महासंघ शिक्षकों की सेवा शर्त से जुड़े विभिन्न मुद्दों, मसलन गृह प्रखंडों में स्थानांतरण, अंतर जिला स्थानांतरण, उत्कर्मित वेतनमान, आरटीई के अनुरूप शिक्षक नियुक्ति, राज्य के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक एवम भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप शैक्षिक कैलेंडर को छात्र हित में लागू कराने जैसे अन्यान्य विषय बिंदुओं पर प्रयासरत है। संघ आगे भी शिक्षक हित में अपना संघर्ष जारी रखेगा।