नई दिल्ली। देशभर में बलात्कार, घरेलू हिंसा, मानव तस्करी, एसिड अटैक और ऑनर किलिंग के पीड़ितों को मनोवैज्ञानिक उपचार, मेडिकल और कानूनी सहायता एक ही जगह मुहैया कराने वाले 730 ‘वन स्टॉप सेंटर’ हैं। इनमें से 700 केन्द्र सक्रिय हैं। वहीं, देश में सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही एक भी ‘वन स्टॉप सेंटर’ नहीं है।
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश में हर 730 ‘वन स्टॉप सेंटर’ हैं जिनमें से 700 केंद्र सक्रिय हैं। पश्चिम बंगाल ने इस योजना में कोई रुचि नहीं दिखाई है। इन सभी सक्रिय केन्द्रों में साल 2015- 2020 तक कुल 3,05,896 मामले दर्ज किए गए हैं।