केंद्रीय बजट भारत को आत्मनिर्भर बनाएगा : वीडी राम

झारखंड
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  • पीआईबी, आरओबी रांची और एफओबी डाल्टनगंज के संयुक्त तत्वावधान में वेबिनार का आयोजन

रांची। पत्र सूचना कार्यालय, रीजनल आउटरीच ब्यूरो, रांची और फील्ड आउटरीच ब्यूरो, डाल्टनगंज के संयुक्त तत्वावधान में ‘केंद्रीय बजट 2021: आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ते कदम’ विषय पर 23 फरवरी को वेबिनार परिचर्चा का आयोजन किया गया। इसकी शुरुआत करते हुए अपर महानिदेशक पीआईबी-आरओबी अरिमर्दन सिंह ने कहा कि इस बार के बजट में सरकार ने सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखा है। कोरोना महामारी के कारण अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान की रिकवरी के लिए विशेष प्रावधान बनाए गए हैं।   

पलामू लोकसभा क्षेत्र के सांसद विष्णु दयाल राम ने कहा कि केंद्रीय बजट 2021-22 करोना महामारी की चुनौतियों के बीच पेश किया गया है। इसमें भारत को आत्मनिर्भर बनाने की बात कही गई है। बजट में इंफ्रास्टक्चर पर काफी फोकस किया गया है। इसका लंबे समय में देश को काफी फायदा होगा। जलशक्ति मिशन के जरिए सरकार हर घर तक पाइप के जरिए पीने का साफ पानी पहुंचाना चाहती है। इससे लोगों का स्वास्थ्य बढ़िया होगा। गैर निष्पादित संपत्तियों के विनिवेश और एफडीआई के जरिए निजी निवेश बढ़ेगा। रोजगार के ज्यादा मौके सृजित होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प के बारे में बताया कि वे ना केवल अपने देश के हित के बारे में सोचते हैं, बल्कि दूसरे देशों को पीपीई किट एवं वैक्सीन पहुंचा कर उन्होंने विश्व के हित के बारे में सोचा है।

झारखंड चैंबर के अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा ने कहा कि केंद्रीय बजट से झारखंड की अर्थव्यवस्था पर महत्‍वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। एमएसएमई सेक्टर के लिए 15,700 करोड़ रुपये की राशि का आवंटन किया गया है, जो पिछले बजट के मुकाबले दोगुना है। झारखंड में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) की संख्या ज्यादा है। इन सेक्टर्स के विकास से ही राज्य की आर्थिक स्थिति को और मजबूती मिलेगी। झारखंड से होकर बनने वाले ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर से यहां के उद्यमियों को लाभ होगा। वे आसानी से अपने सामानों का निर्यात कर सकेंगे। फ्रेट कॉरिडोर से राज्य की आर्थिक उन्नति होने के साथ-साथ जो क्षेत्र वर्षों से पिछड़े हैं उनका भी विकास होगा। बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर काफी जोर दिया गया है, इससे रोजगार के मौके बढ़ेंगे।

सेवानिवृत्त अधिकारी सह आर्थिक विशेषज्ञ अयोध्यानाथ मिश्र ने कहा कि पिछले बजट के मुकाबले इस बार के बजट में खर्च काफी बढ़ा है। जहां कोरोना की वैक्सीन के विकास और विनिर्माण पर 35,000 करोड़ खर्च करने का प्रावधान किया गया है। स्वास्थ्य के बजट में 137 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। लॉकडाउन के कारण हमारी अर्थव्यवस्था की रफ्तार कम हुई, क्योंकि फैक्ट्रियों के बंद होने से उत्पादन पर काफी बुरा असर पड़ा। वरिष्ठ पत्रकार चंदन मिश्र ने कहा कि इस बार के बजट में झारखंड सहित देश के आदिवासी क्षेत्रों में 750 से ज्यादा एकलव्य मॉडल स्कूल खोले जाने का प्रावधान किया गया है। झारखंड में 68 एकलव्य मॉडल स्कूल खोले जाएंगे, इन स्कूलों के खुलने से जनजातीय और पिछड़े इलाकों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा।

शेयर मार्केट विशेषज्ञ शशांक भारद्वाज ने कहा कि बाजार ने भी बजट का स्वागत किया है। 24 साल बाद बजट के दिन शेयर बाजार में पांच फीसदी उछाल देखा गया। बजट के दिन बाजार की शुरुआत 46617 पर हुई और यह शाम को 48600 पर बंद हुआ। कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के असर से जो अर्थव्यवस्था की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई थी, इस बजट के बाद उसमें तेजी आ रही है। गढ़वा के ग्रामीण पत्रकारिता विशेषज्ञ सह वरिष्ठ पत्रकार धीरेंद्र कुमार चौबे ने कहा कि आने वाले समय में इस बजट का अच्छा असर होगा। स्वास्थ्य का बजट इस बार काफी बढ़ाया गया है। यह आम लोगों के लिए सरकार का सराहनीय कदम है। जल जीवन मिशन के जरिए लोगों को स्वच्छ पानी मुहैया कराने का बजटीय प्रावधान किया गया है। साफ पानी पीने से लोग बीमार कम होंगे। इंफ्रास्टक्चर के विकास के लिए सरकार काफी गंभीर है और इसके लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग को प्रोत्साहन दिया गया है।

वेबिनार का समन्वय एवं संचालन क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी गौरव कुमार पुष्कर ने किया। क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्रीमती महविश रहमान ने अतिथियों का धन्यवाद किया। वेबिनार में विशेषज्ञों के अलावा शोधार्थी, छात्र, पीआईबी, आरओबी, एफओबी, दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के अधिकारी-कर्मचारियों तथा दूसरे राज्यों के अधिकारी-कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। गीत एवं नाटक विभाग के अंतर्गत कलाकारों एवं सदस्यों, आकाशवाणी के पीटीसी, दूरदर्शन के स्ट्रिंगर तथा संपादक और पत्रकार भी शामिल हुए। वेबिनार का यू-ट्यूब पर भी लाइव प्रसारण किया गया।