नई दिल्ली। सोशल मीडिया का क्रेज इन दिनों काफी बढ़ गई है। इससे काफी समस्याओं का निराकरण तुरंत होने लगा है। इसी तरह का एक मामला फिर सामने आया है। एक छात्रा के भाई के ट्वीट करने पर ट्रेन ने स्पीड बढ़ा दी। रेलवे के इस कदम उसे छात्रा को बड़ी राहत मिली।
गाजीपुर की छात्रा नाजिया तबस्सुम को परीक्षा देने वाराणसी आना था। जिस ट्रेन से उसे वाराणसी आना था, वह 2 घंटे 27 मिनट लेट चल रही थी। नाजिया को पेपर छूटने का डर सताया तो उसने अपने भाई से रेलवे को ट्वीट करा दिया। ट्वीट होते ही रेलवे हरकत में आ गया। इसके बाद ट्रेन की स्पीड बढ़ी और छात्रा को समय से एक घंटे पहले ही वाराणसी पहुंचा दी।
नाजिया का डीएलएड बैक पेपर का बुधवार दोपहर परीक्षा केंद्र वाराणसी के वल्ल्भ विद्यापीठ बालिका इंटर कॉलेज में था। उसने छपरा-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस में मऊ से रिजर्वेशन लिया था। मऊ में सुबह 6.25 बजे ट्रेन को पहुंचना था, लेकिन ट्रेन दो घंटे 53 मिनट की देरी से 9.18 से पहुंची। इसके बाद उसे परीक्षा छूटने का डर सताने लगा।
इसके बाद नाजिया के भाई अनवर जमाल ने रेलवे टैग करते हुए ट्वीट कर दिया। उसने अपनी बहन के पेपर का टाइम टेबल शेयर कर लिखा। ट्रेन 2 घंटे 27 मिनट देरी से चल रही है। वाराणसी में मेरी बहन की एग्जाम दोपहर 12 बजे से है। कृपया मदद करें। उसने ट्रेन का नंबर और अपना PNR नंबर भी शेयर किया था। ट्वीट होते इंडियन रेलवे सेवा के अकाउंट से उसका मोबाइल नंबर मांगा गया और जल्द व्यवस्था करने की बात कही गई।
सूचना के मुताबिक रेलवे की ओर से अनवर से बहन के एग्जाम के बारे में जानकारी हासिल की गई। इसके बाद यह विश्वास दिलाया गया कि ट्रेन दोपहर 12 बजे से पहले पहुंचेगी। इसके बाद कंट्रोल रूप से सीधा मैसेज भेजा और ट्रेन की स्पीड बढ़ाई गई। असर यह हुआ कि जो ट्रेन मऊ तक लगभग 3 घंटे लेट थी, वह केवल 2 घंटे की देरी से 11 बजे वाराणसी सिटी पहुंच गई।
बहन के परीक्षा केंद्र पहुंचने पर अनवर ने रेलवे को दोबारा ट्वीट कर आभार जताया। मामले में NER के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि नियमानुसार परीक्षार्थी की मदद की गई। बलिया- फेफना रेलखंड पर प्रस्तावित स्पीड ट्रायल के चलते ब्लॉक लिया गया था।