टाटा स्टील ने जमशेदपुर वर्क्स में रासायनिक आपात स्थिति पर किया ऑनसाइट मॉक ड्रिल

झारखंड
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जमशेदपुर। टाटा स्टील ने अपने जमशेदपुर वर्क्स में मंगलवार को रासायनिक आपात स्थितियों पर एक ऑनसाइट मॉक ड्रिल का आयोजन किया। दो उप कमांडेंटों की अगुवाई में एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) की टीम ने पर्यवेक्षक के रूप में विभिन्न टाटा स्टील टीमों द्वारा एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) के अनुपालन अभ्यासों का अवलोकन किया।  

टाटा स्टील जमशेदपुर वर्क्स के परिसर में गैस रिसाव का एक परिदृश्य बनाया गया था। मॉक ड्रिल का उद्देश्य मुख्य रूप से विभिन्न टीमों द्वारा एसओपी के अनुपालन का पता लगाना था। ऐसी किसी भी आपात तैयारी की सवंर्धित स्थिति को सुनिश्चित करने के लिए आपातकालीन तैयारी योजना की समीक्षा करना था।

एनडीआरएफ के पर्यवेक्षकों ने घटना और निकासी के प्रबंधन के साथ-साथ कृत्रिम गैस रिसाव स्थल से प्रभावित लोगों के बचाव के लिए प्रदर्शन कौशल और तकनीक समेत पूरे ड्रिल को देखा। एनडीआरएफ टीम ने ऑनसाइट इमरजेंसी मैनेजमेंट टीम के साथ समीक्षा की। ड्रिल के दौरान जहां उन्हें सुधार और सीखने के अवसर दिखे, उनको उनके साथ साझा किया। उन्होंने टाटा स्टील द्वारा ड्रिल की, विशेष रूप से इसके ज़ोनेशन और निकासी ड्रिल की सराहना की।

गौरतलब है कि टाटा स्टील में इमरजेंसी मैनेजमेंट (आपातकालीन प्रबंधन) की एक मजबूत प्रणाली है। इसके पास सुरक्षा संबंधी किसी भी तरह की आपात स्थितियों से निपटने के लिए एक प्रक्रिया है। टाटा स्टील में इमरजेंसी मैनेजमेंट टीम का नेतृत्व वाईस प्रेसिडेंट्स करते हैं। फायर ब्रिगेड, सेक्युरिटी, मेडिकल सर्विसेज, सेफ्टी, एचआर, कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस और ऑपरेशंस व मेंटेनेंस के चीफ इस टीम के सदस्य होते हैं। कंपनी अपनी आपातकालीन तैयारी योजना के तहत नियमित रूप से मॉक ड्रिल आयोजित करती है।