अपरेंटिस के समायोजन की मांग को लेकर रेल कर्मचारियों ने किया देशव्यापी प्रदर्शन

देश नई दिल्ली
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नई दिल्ली। ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन (एआईआरएफ) के बैनर तले शुक्रवार को रेल कर्मचारियों ने शुक्रवार को रेलवे में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके अपरेंटिस के समायोजन की मांग को लेकर देशभर में सभी मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) और कारखाना प्रबंधक कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से इन प्रशिक्षुओं को रेलवे में भर्ती करने के लिए तत्काल नोटिफिकेशन जारी करने की मांग की है।

नई दिल्ली में मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) कार्यालय  के बाहर धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन (एआईआरएफ) के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि देश भर में रेलवे के प्रतिष्ठानों से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके रेलवे अपरेंटिस काफी समय से अपना रेलवे में समायोजन का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेल प्रशासन अपनी हठधर्मिता के कारण उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है।

यहां मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय कार्यालय पर आयोजित प्रदर्शन को एनआरएमयू के केन्द्रीय अध्यक्ष एवं एआईआरएफ के सहायक महामंत्री एसके त्यागी,  एनआरएमयू दिल्ली मंडल के मंडल मंत्री अनूप शर्मा, मंडल अध्यक्ष दिल्ली राजेन्द्र भारद्वाज के साथ अन्य वक्ताओं ने संबोधित करते हुए रेल प्रशासन से अपील की कि इन प्रशिक्षुओं का तत्काल रेलवे में समायोजन करने के लिए अधिसूचना जारी की जाये।

भारतीय रेलवे के अन्य जोन में आयोजित प्रदर्शन और सभाओं को एआईआरएफ के सम्बद्ध यूनियनों के महामत्रियों के साथ-साथ वहां के पदाधिकारियों ने संबोधित किया।

शिव गोपाल ने कहा कि देश भर में प्रत्येक वर्ष रेलवे के कई प्रतिष्ठानों जैसे कि रख रखाव डिपो, डीजल, ईएमयू शेड, कारखानों और उत्पादन इकाइयों से अप्रेन्टिसेज अधिनियम एक्ट 1961″ अधिनियम के अन्तर्गत प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। ऐसे उम्मीदवारों का रेलवे में प्रशिक्षण के बाद समय-समय पर समयोजन होता रहा है लेकिन पिछले कुछ समय से रेल प्रशासन की हठधर्मिता के कारण इस पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि इसके कारण इन कुशल प्रशिक्षुओं का रेलवे में समायोजन नहीं हो पा रहा है। इसके कारण उनमें निराशा व्याप्त है।

महामंत्री ने कहा कि रेलवे एक्ट अप्रेन्टिसेज जो “अप्रेन्टिस एक्ट अधिनियम 1961” के अन्तर्गत रेलवे के विभिन्न प्रतिष्ठानों से प्रशिक्षण प्राप्त करता है, उसके पास अत्यधिक कुशल कार्यबल है। रेलवे के टेक्नाेलॉजी का अच्छा अनुभव होने के साथ-साथ काम करने का अच्छा अनुभव भी है। इन प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके रेलवे प्रशिक्षुओं के वरीयता क्रम को ध्यान में रखते हुए ट्रेड टेस्ट परीक्षा के आधार पर रेलवे में खाली पड़े संरक्षा श्रेणी के पदों पर तत्काल समायोजन किया जाना चाहिए।

मिश्र ने कहा कि अगर प्रशासन तत्काल इन कुशल प्रशिक्षुओ को रेलवे में समायोजन के लिए नोटिफिकेशन जारी नहीं करता है तो देश भर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जिसकी सारी जिम्मेदार रेल प्रशासन की होगी। ये प्रशिक्षु अपना रेलवे में समायोजन न होने की दशा में अपने आप को काफी उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और इससे उनके जीवन का अस्तित्व खतरे में है। इसलिए रेल प्रशासन को तत्काल इस पर ध्यान देते हुए उनके समायोजन के लिए नोटिफिकेशन जारी कर  टेस्ट के आधार पर उनका रेलवे में संरक्षा कैटेगरी में खाली पड़े पदों पर समायोजन कर देना चाहिए। इनके समायोजन से रेलवे को रेलवे से प्रशिक्षण प्राप्त कुशल कर्मचारी भी मिल जाएंगे, जिससे रेलवे का ही फायदा होगा।