लोहरदगा। सभी बैंक कृषि ऋण माफी योजना से संबंधित जानकारी अच्छी तरह दे। बैंक अपने पोर्टल पर ऋणी किसानों का डेटा अपलोड करें, ताकि उसे जिला सूचना केंद्र द्वारा पब्लिक डोमेन में लाया जाय सके। उक्त निर्देश दिलीप कुमार टोप्पो ने दिये। उन्होंने 5 फरवरी को झारखंड कृषि ऋण माफी योजना के क्रियान्वयन को लेकर आवश्यक बैठक की।
उपायुक्त ने कहा कि एक बार एनआईसी के पास डेटा उपलब्ध हो जाने के बाद प्रज्ञा केंद्रों पर किसानों का डेटा उपलब्ध हो जायेगा। किसान सीधे अपने नजदीकी प्रज्ञा केंद्र में पहुंच कर एक रुपये की रसीद कटा कर कृषि ऋण माफी योजना के लाभुक बन सकेंगे। एक परिवार में एक ही ऋणी किसान का ऋण माफ किया जाना है। वैसे ऋणी किसान जो राज्य सरकार के राज्यादेश के दायरे में आयेंगे, उन्हीं किसानों को इसका लाभ मिल सकेगा।
उपायुक्त ने जिला सूचना विज्ञान केंद्र को निर्देश दिया कि योजना के संचालन के लिए जो वेबसाइट डेवलप (www.jkrmy.jharkhand.gov.in) की गई है, उसे एक्टिवेट करें। जिला कृषि पदाधिकारी जिले के अग्रणी बैंक प्रबंधक को ऋणी किसानों का डेटा अविलंब उपलब्ध करायें।
बैठक में अपर समाहर्ता अखौरी शशांक सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल, जिला कृषि पदाधिकारी शिव कुमार राम, जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रवीण केरकेट्टा, अग्रणी बैंक प्रबंधक पंचू भगत, डीडीएम नाबार्ड, आत्मा की उप परियोजना निदेशक तृप्ति तिर्की, एनआइसी, लोहरदगा के इमरान, सीएससी मैनेजर सोनू खान आदि उपस्थित थे।