रांची। पशुपालन को व्यवसाय के रूप में अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकते हैं। उक्त बातें पशुपालन निदेशक नैन्सी सहाय ने कही। वे 5 फरवरी को झारखंड की राजधानी रांची के कांके स्थित क्षेत्रीय पशुपालन कार्यालय में किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थीं।
सूकर पालन विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद प्रशिक्षणार्थियों को पशुपालन निदेशक ने प्रमाण पत्र सौंपा। इस अवसर पर उन्होंने विभाग की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कृषि, पशुपालन, गव्य एवं मत्स्य पालन की योजनाओं को एक साथ अपना कर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं।

निदेशक ने कहा कि वर्तमान में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना चलाई जा रही है। इसका लाभ सभी किसान ले सकते हैं। कार्यक्रम में क्षेत्रीय निदेशक डॉ सुखलाल गगराई, डॉ नेली ग्रेस, डॉ निशी, डॉ विनय, डॉ कल्पना, डॉ शैलेंद्र तिवारी, डॉ बसंत सहित कार्यालय के कर्मचारी शामिल थे।