नई दिल्ली। भारत की सीरम सीरम इंस्टीट्यूट में बनने वाली कोरोना वैक्सीन पूरी दुनिया में लगाई जाएगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी आपातकाल इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इस वैक्सीन का इस्तेमाल दुनिया के गरीब देशों में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण के लिए किया जाएगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन को आपातकाल इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही अब इस वैक्सीन का इस्तेमाल दुनिया के गरीब देशों में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण के लिए किया जाएगा। यह वैक्सीन भारत स्थित सीरम इंस्टिट्यूट में बनाई जा रही है।
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के 2 वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की अनुमति दी है। ये दोनों ही वैक्सीन ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका ने बनाए हैं। एक वैक्सीन को भारत की सीरम इंस्टिट्यूट बनाती है, जबकि दूसरी वैक्सीन को दक्षिण कोरिया की एसके बायो नाम की कंपनी बनाती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडहानॉम ने कहा कि इस ग्रीन सिग्नल के साथ ही अब कोवैक्स प्रोग्राम के तहत दुनिया के कई देशों में इस वैक्सीन को दिए जाने का रास्ता खुल गया है। बता दें कि कोवैक्स प्रोग्राम के जरिए दुनिया के निर्धन देशों को डब्ल्यूएचओ द्वारा कोरोना की वैक्सीन पहुंचाई जा रही है।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार दुनिया कई देशों को अबतक वैक्सीन नहीं मिल पाई थी। यहां की आबादी कोरोना के खतरे झेल रही थी। अब उन देशों में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत की जा सकेगी।