- आठ महीनों के भीतर 1.25 करोड़ की बिक्री
- अधिक ऑर्डर महाराष्ट्र और दिल्ली से मिले
नई दिल्ली। खादी ई-पोर्टल पर सबसे अधिक बिक्री हर्बल साबुन, मसाले, अगरबत्ती जैसे उत्पादों की हुई। पोर्टल के शुरू होने के महज आठ महीनों के भीतर 1.25 करोड़ की बिक्री हुई है। औसत बिक्री 11 हजार रुपये है। इस दौरान सबसे अधिक ऑर्डर महाराष्ट्र और दिल्ली से मिले।
खादी ई-पोर्टल का शुभारंभ 7 जुलाई, 2020 को हुआ। ऑनलाइन बेस्ट सेलर्स में खादी मास्क, शहद, हर्बल साबुन, किराना, मसाले, कपड़े, अगरबत्ती है। अधिकतम ऑर्डर्स महाराष्ट्र (1785), दिल्ली (1584) और उत्तर प्रदेश (1281) से भेजे गए। उच्चतम व्यक्तिगत बिक्री मूल्य 1.25 लाख रुपये रहा। आठ महीनों में 10,100 ऑर्डर्स मिले। खादी ई-पोर्टल www.khadiindia.gov.in पर 65 हजार लोगों ने विजिट किया।
केवीआईसी ने इन ग्राहकों को 1 लाख से अधिक वस्तुएं वितरित की हैं। केवीआईसी ने वेब-डेवलपमेंट पर एक भी रुपया खर्च किए बिना ही ई-पोर्टल को इन-हाउस विकसित किया है। ऑनलाइन पोर्टलों के विपरीत केवीआईसी कैटलॉग, उत्पाद फोटोशूट जैसे सभी लॉजिस्टिक्स और बुनियादी ढांचे का विशेष ख्याल रखता है। साथ ही यह ऑनलाइन इन्वेंट्री बनाए रखता है। ग्राहकों के दरवाजे तक सामान की ढुलाई और परिवहन का विशेष ध्यान रखता है। यह खादी कारीगरों, संस्थानों और पीएमईजीपी इकाइयों को खादी उत्पादों को किसी भी वित्तीय बोझ से बचाता है।
खादी की ऑनलाइन बिक्री केवल खादी के फेस मास्क बनाने के साथ शुरू हुई थी लेकिन इसने इतनी जल्दी ही पूरी तरह से विकसित ई-मार्केट मंच का रूप धारण कर लिया है। आज इस पर लगभग 800 उत्पाद मौजूद हैं। बहुत से उत्पाद इसमें शामिल होने की प्रक्रिया में हैं।
उत्पादों की श्रृंखला में हाथ से कते और हाथ से बुने महीन कपड़े जैसे मलमल, सिल्क, डेनिम और सूती कपड़े, महिला-पुरुष विचार वस्त्र, खादी की सिग्नेचर कलाई घड़ी, अनेक प्रकार के शहद, हर्बल और ग्रीन टी, हर्बल दवाइयां और साबुन, पापड़, कच्ची घानी सरसों का तेल, गोबर / गोमूत्र साबुन एवं अन्य पदार्थों के साथ विविध प्रकार के हर्बल सौंदर्य प्रसाधन भी शामिल हैं।
खादी फैब्रिक फुटवियर, गाय के गोबर से बने अभिनव खादी प्राकृतिक पेंट और पुनर्जीवित विरासत मोनपा वाले हस्तनिर्मित कागज जैसे कई अनूठे उत्पाद भी ऑनलाइन बेचे जा रहे हैं। उत्पादों की कीमत 50 रुपये से 5000 रुपये तक है, जो खरीदारों के सभी वर्गों की पसंद और सामर्थ्य को ध्यान में रखते हुए तय की जाती है।
केवीआईसी को 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से ऑनलाइन ऑर्डर्स प्राप्त हुए हैं, जिनमें दूर-दराज स्थित अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, केरल, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर भी शामिल हैं।