रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में 5 से 7 मार्च तक आयोजित पूर्वी क्षेत्र प्रादेशिक एवं एग्रोटेक किसान मेला-2021 मेले के पशु-पक्षी प्रदर्शनी में पशुपालन से जुड़े किसानों को भाग लेने का मौका दिया जा रहा है। डीन वेटनरी डॉ सुशील प्रसाद ने बताया कि झारखंड प्रदेश के गांवों के कृषि क्षेत्र में पशुपालन लाभकारी कृषि का मुख्य साधन बनता जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन में अपार संभावनाओं को देखते हुए मेले के पशु-पक्षी प्रदर्शनी के पांच श्रेणियों में किसान गाय-भैंस, बकरी-भेड़, सूकर, मुर्गी एवं अन्य पक्षी और अन्य पशुओं को प्रदर्शित कर सकेंगे। इसके अनुभवों का लाभ अन्य किसान उठा सकेंगे।
पशु-पक्षी प्रदर्शनी के संयोजक डॉ एके पांडे ने बताया कि प्रदर्शनी के दौरान कोविड-19 के मद्देनजर जारी सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जायेगा। किसान/ पशुपालक/ पशुपालन प्रेमी प्रदर्शनी में निःशुल्क निबंधन करा सकेंगे। 6 मार्च को सुबह 9 बजे से 11.30 बजे तक निबंधन कराया जा सकता है। निबंधन के बाद प्रविष्टि कार्ड पर नाम, पहचान एवं चिन्ह को लगाना वर्जित किया गया है। प्रदर्शनी के सबंध में मोबाइल संख्या 9431325526 से जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
डॉ पांडे ने बताया कि इस पशु-पक्षी प्रदर्शनी में गाय-भैंस पशु के वर्ग में संकर गाय, देशी गाय, संकर बाछी, देशी बाछी, बच्चे सहित संकर गाय, बच्चे सहित देशी गाय, जोड़ा बैल, उन्नत भैंस, देशी भैंस, उन्नत भैंस पाड़ी, देशी भैंस पाड़ी, बच्चे सहित उन्नत भैंस, बच्चे सहित देशी भैंस एवं जोड़ा काड़ा को शामिल किया जायेगा। बकरी-भेड़ पशु के वर्ग में उन्नत बकरी, देशी बकरी, उन्नत बकरा, देशी बकरा, उन्नत खस्सी, देशी खस्सी, उन्नत बकरी बच्चा के साथ, देशी बकरी बच्चा के साथ एवं भेड़ की प्रविष्टि शामिल होगी।
सूकर पशु वर्ग के तहत नर सूकर, मादा सूकर, ग्रोवर सूकर एवं ग्रोवर सूकरी शामिल होगी। मुर्गी एवं अन्य पक्षी वर्ग में ब्रायलर, देशी मुर्गी, देशी मुर्गा, विदेशी मुर्गी, विदेशी मुर्गा, चूजों के साथ मोर्गी, जोड़ा बत्तख तथा अन्य वर्ग में जोड़ा खरगोश, बटेर, चाइना मुर्गी, टर्की एवं घोड़ा को शामिल किया जायेगा।
इस प्रदर्शनी का उद्घाटन झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो द्वारा 6 मार्च को दोपहर 2 बजे किया जायेगा। शाम तीन बजे वेटनरी वैज्ञानिकों के निर्णायक मंडल की अनुशंसा पर विभिन्न श्रेणियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन को पारितोषिक वितरण किया जायेगा। पुरूस्कार मामले में निर्णयाकों का निर्णय सर्वमान्य होगा।