इन उपायों को अपनाकर खा सकते हैं मांस, चिकन और अंडे

झारखंड मुख्य समाचार
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रांची। बर्ड फ्लू की आशंका के मद्देनजर लोगों में डर समा गया है। उन्‍होंने मांस, चिकन और अंडे तक खाना छोड़ दि‍या है। इसका असर इसकी बिक्री पर पड़ा है। इन उत्‍पादों की बिक्री लगातार घट रही है। इसके कारण कारोबारी परेशान हैं। हालांकि केंद्रीय पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के संयुक्‍त सचिव डॉ ओपी चौधरी का कहना है कि कुछ उपायों को अपनाकर मांस, चिकन और अंडे खाये जा सकते हैं। इस संबंध में उन्‍होंने 14 जनवरी को राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पशुपालन विभाग के सचिवों को पत्र लिखा है।

मंत्रालय के मुताबिक देश के दस राज्यों में 13 जनवरी, 2021 तक बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि हुई है। जम्मू और कश्मीर के गंदरबल जिले और झारखंड के 4 जिलों में पक्षियों की अस्वाभाविक मृत्यु के मामले सामने आए हैं।

मंत्रालय के मुताबिक वर्तमान परिदृश्य में वायरस पक्षी और मुर्गों में पाया गया है। यह देखा गया है कि राज्यों और स्थानीय प्रशासन ने जिंदा पक्षी, पक्षियों के मांस और अंडे के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है। मांस, डिब्बाबंद मांस और उसके उत्पादों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।

संयुक्‍त सचिव ने अपने पत्र में लिखा है कि 3 सेकेंड तक 70 डिग्री सेंटीग्रेड में उबालने पर वायरस खत्‍म हो जाते हैं। इसलिए 70 डिग्री सेंटीग्रेड पर पर ठीक से पकाए गए मीट और अंडे को खाने में कोई जोखिम नहीं होता है। मुर्गी की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाना कहीं से उचित नहीं है। प्रभावित इलाकों के केवल 10 किलोमीटर के दायरे के भीतर ही प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।

संयुक्‍त सचिव ने राज्‍य सरकार और स्‍थानीय प्रशासन से अनुरोध किया जाता है कि वे गैर प्रभावित इलाकों में पोल्ट्री उत्पादों को बेचने की अनुमति दें। इसपर किसी तरह का कोई बैन नहीं लगाएं।