झारखंड : मनरेगा योजना में 25 लाख का गबन, महिला मुखिया को जेल

झारखंड मुख्य समाचार
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पलामू। झारखंड के पलामू जिले में मनरेगा योजना में फर्जी निकासी मामले में हुसैनाबाद प्रखंड की पथरा पंचायत की मुखिया ललिता देवी को रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हुसैनाबाद थाना प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि मुखिया समेत 13 लोगों पर मनरेगा योजना में फर्जी निकासी को लेकर मामला दर्ज था। शेष अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तार कि‍या जाएगा।

मालूम हो कि हुसैनाबाद प्रखंड विकास पदाधिकारी एमानुएल जय विरस लकड़ा ने पथरा पंचायत की मुखिया सहि‍त 13 लोगों पर हुसैनाबाद थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उक्त मामले को लेकर गत माह हुसैनाबाद प्रखंड की पथरा पंचायत के ग्रामीणों ने मनरेगा आयुक्त से शिकायत की थी। कहा था कि पंचायत में संचालित कूप निर्माण योजना में 24 लाख 92 हजार की हेराफेरी की गई है। आवेदन के आलोक में मनरेगा आयुक्त ने उप विकास आयुक्त योजनाओं का ऑडिट कराने का निर्देश दिया था।

डीडीसी के निर्देश पर पांच सदस्यीय जांच टीम ने पथरा पंचायत के मनरेगा द्वारा संचालित सभी योजनाओं का स्थल पर जाकर जानकारी ली थी। इसमें पाया कि गया कि 24 योजनाएं ऐसी हैं, जिसमें बड़े पैमाने पर हेराफेरी हुई है। इसकी सूचना उप विकास आयुक्त पलामू दी गई। इसके बाद डीडीसी के निर्देश पर नौ नवंबर को पथरा पंचायत सचिवालय में जन सुनवाई का आयोजन किया गया था। जनसुनवाई के बाद 24 योजनाओं में फर्जी निकासी और गबन करने का मामला प्रकाश में आया था।

उप बिकास आयुक्त पलामू के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी हुसैनाबाद ने पथरा पंचायत की मुखिया मुखिया ललिता देवी, कनीय अभियंता विवेक कुमार, पंचायत सेवक नंदकिशोर राम, रोजगार सेवक विनोद चौधरी व संजय सूरज, मेसर्स अखिलेश कुमार, आपूर्तिकर्ता राहुल कुमार, ओम नमः शिवाय, मेठ धर्मेंद्र मेहता, कमला वर्मा, गोविंद ठाकुर, राजेश कुमार, तुलसी कुमार मेहता पर हुसैनाबाद थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी।