भाषा से ही समाज, संस्था और व्यक्ति की पहचान : अमिताभ चौधरी

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मि‍थिला पंचांग-2021 का विमोचन

रांची। भाषा से ही समाज, संस्था एवं व्यक्ति की पहचान होती है। उक्त बातें झारखंड लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी ने कही। वे झारखंड मैथिली मंच द्वारा प्रकाशित ‘मिथिला पंचांग-2021’ के लोकार्पण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम रांची के हरमु स्थित विद्यापति दालान में हुआ। उन्होंने कहा कि भाषा में बहुत शक्ति है। इसका उदाहरण बांग्लादेश है, जो सिर्फ भाषा के बल पर अस्तित्व में आया। हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि भाषा के विकास एवं संवर्धन में सहयोग करें।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पुलिस महानिरीक्षक अखिलेश झा ने कहा कि पंचांग हमारी जीवनशैली को अनुशासित एवं व्यवस्थित बनाता है। इस अवसर पर संस्था के सदस्य विनय कुमार झा एवं धर्मदेव मिश्रा के सेवानिवृति होने पर अभिनंदन एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना की गयी।

कार्यक्रम कि शुरुआत प्रिय एवं रिया द्वारा प्रस्तुत भगवती वंदना ‘जय जय भैरवी’ से हुई। अतिथियों का स्वागत मिथिला के पारंपरिक परिधान पाग, दोपटा और पुस्तक से किया गया। अध्यक्ष अमरनाथ झा ने स्वगात किया। संचालन भारतेन्दु झा और धन्यवाद महासचिव जयंत झा ने किया।

आकर्षण : मुख्य पृष्ठ पर बाबा विद्यापति सहित अन्य पृष्ठों पर दरभंगा महाराज डॉ रामेश्वर सिंह, मिथिलाक्षर, मास्क उपयोग को चित्रित करती मिथिला पेंटिंग, मिथिला धरोहर कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय, मिथिला पेंटिंग से सुसज्जित मधुबनी रेलवे स्टेशन और मंच द्वारा वर्ष के प्रमुख आयोजनों की छवि दर्शायी गयी है।

पंचांग में खास : वर्ष भर के व्रत, त्योहार एवं महापुरुषों की जयंती की जानकारी के साथ साथ विवाह, द्विरागमन, मुंडन, उपनयन, गृहारम्भ, गृहप्रवेश, एकादशी व्रतोद्यापन, भदवा आदि की जानकारी दी गयी है।

कार्यक्रम में सुबोध चौधरी, काशीनाथ झा, रमाकांत मिश्रा, अरुण झा, कोषाध्यक्ष संतोष मिश्रा, प्रेमचन्द्र झा, कृष्ण कुमार झा, ब्रज किशोर झा, दयानंद कुमर, सुमन ठाकुर, ब्रज कुमार झा, संतोष झा, बाबूलाल झा, गंगेश मिश्रा, प्रकाश चंद्र झा सहित कई लोग उपस्थित थे।