उड़ीसा से दिल्ली के लिए निकले किसान जत्थे को कृषि मंत्री ने किया रवाना

झारखंड
Spread the love

रांची। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान और कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे देशव्यापी आंदोलन के समर्थन में उड़ीसा से दिल्ली जा रहे हैं। उनका किसान जत्था शनिवार को झारखंड पहुंचा था। रविवार की सुबह बिहार के लिए रवाना हो गया। इस मौके पर मौजूद झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने राष्ट्रीय झंडा दिखाकर जत्थे को रवाना किया।

इस अवसर पर कृषि मंत्री ने कहा कि यह आंदोलन अब केवल अन्नदाताओं का नहीं रह गया है। राष्ट्र, समाज और देश के संविधान के संघीय ढांचे को बचाने के लिए पूरे देशवासियों का आंदोलन बन गया है। किसानों को झारखंड सरकार की ओर से पूरा समर्थन दिए जाने का ऐलान किया।

जत्थे में शामिल किसानों का अभिनंदन करते हुए स्वागत समिति की संयोजक दयामनी बारला ने कहा कि उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और झारखंड के किसानों की समस्याओं में समानता है। इस क्षेत्र की रत्न गर्भा धरती में खनिज बहुतायत में है और कार्पोरेट घरानों की नजर इस पर है। मोदी सरकार यहां की जमीन उनके हवाले करने का षडयंत्र कर रही है। इसके खिलाफ झारखंड के रैयत और किसान संघर्ष कर रहे हैं।

किसान यात्रा की स्वागत समिति के सदस्य और सीटू के राज्य महासचिव प्रकाश विप्लव ने कहा कि अब किसानों के संघर्ष के समर्थन में मजदूर वर्ग ने भी दूसरा मोर्चा खोल दिया है। 23 जनवरी को  राज्यों की राजधानियों में आयोजित होने वाले राजभवन मार्च में पूरे देश में मजदूरों की बड़ी भागीदारी की तैयारी चल रही है। इस तरह मजदूर-किसान एकता का आधार मजबूत हो रहा है। यह आधार ही मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ प्रतिरोध का केंद्र बिंदु होगा।

किसान चेतना यात्रा में शामिल किसानों के प्रतिनिधि अक्षय, हिमांशु और गौरव ने आतिथ्य के लिए स्वागत समिति को धन्यवाद दिया। स्वागत समिति ने किसानों के लिए लंगर और आवास की व्यवस्था के लिए गुरूद्वारा सिंह सभा के प्रधान, गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल के सचिव और सिक्ख फेडरेशन के ज्योति मथारु, लकी सिंह समेत सिक्ख समुदाय का आभार प्रकट किया गया।