DTO ऑफिस से युवक को नहीं मिल रहा था रजिस्ट्रेशन कार्ड, फिर उठाया ये कदम

झारखंड
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पलामू । लॉकडाउन से पहले युवक ने वाहन का नाम ट्रांसफर करने के लिए जिला परिवहन कार्यालय में आवेदन दिया था। महीनों बीत जाने के बाद भी उसे कार्ड नहीं मिला था। इसके बाद उसने उपायुक्त के जनता दरबार में अपनी समस्या बताई। यह कदम उठाते कुछ ही घंटों में उसका रजिस्ट्रेशन कार्ड निर्गत कर दिया गया।

उपायुक्त शशि रंजन ने शुक्रवार को समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय में जनता दरबार लगाया। इसमें जिले के पिपरा के बभंडी से आये कामेश्वर मेहता ने उपायुक्त को अपनी समस्या बताई। उन्होंने बताया कि वह बेरोजगार युवक है। अपनी बेरोजगारी दूर करने के लिए एक पुराना टेंपो खरीदा था, जिसका नाम ट्रांसफर कराने को लेकर जिला परिवहन कार्यालय में लॉकडाउन के पूर्व ही आवेदन दिया गया था। उसने उपायुक्त को बताया कि कार्ड निर्गत होने के बावजूद अब तक उनको कार्ड नहीं मिला है। यह सुनकर उपायुक्त ने संबंधित अफसर को तत्काल कार्ड जारी करने का आदेश दिया। उपायुक्त का निर्देश मिलते ही जिला परिवहन कार्यालय के आशुतोष पांडेय ने रजिस्ट्रेशन कार्ड जारी करने की सारी औपचारिकता पूरी की। इसके बाद आवेदनकर्ता को उपायुक्त द्वारा कार्ड सौंप दिया गया।

जनता दरबार में उपायुक्त ने कई मामलों का ऑन स्पॉट निपटारा किया। अन्य मामलों को संबंधित विभाग को भेजते हुए तत्काल निष्पादन का निर्देश दिया। प्रेमजीत कुमार सिंह ने उपायुक्त को बताया कि उनके पिता स्व. विरोधी सिंह पांकी के प्रखंड कार्यालय में पंचायत सचिव के पद पर तैनात थे। उनको एसीबी पलामू द्वारा 15 जुलाई, 2020 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इसके बाद उपायुक्त द्वारा उन्हें निलंबित कर दिया गया था। कोरोना काल में वे 45 दिन पैरोल पर जेल से बाहर आये थे। इसी दौरान 19 अगस्त को उनकी मृत्यु हो गयी। प्रेमजीत ने उपायुक्त से स्व सिंह को निलंबन मुक्त कर उनके आश्रितों को पावना भुगतान करने और अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने का अनुरोध किया।

हुसैनाबाद से आयी ग्राम सेविका उमा देवी ने स्थानांतरण संबंधित आवेदन दिया। पिपराटांड़ से आए आलम मियां ने वृद्धा पेंशन नहीं मिलने को लेकर शिकायत कि। चैनपुर के हरिनामाड़ से आये माला चौधरी ने बताया कि 29 जनवरी, 2019 को उनका कच्चा खपड़ा का मकान आग लगने के कारण पूर्ण रूप से जल गया था। कई बार अंचलाधिकारी को आवेदन देने के बावजूद अब तक किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है। उन्होंने उपायुक्त से आवश्यक कार्रवाई कर राशि भुगतान कराने का अनुरोध किया। चैनपुर से आए आशीष कुमार तिवारी ने ऑनलाइन रजिस्टर 2 में सुधार करने को लेकर आवेदन दिया।