बिहार में शराबबंदी की सच्चाई अब सबके सामने आ चुकी है। केंद्र सरकार ने नीतीश सरकार की शराबबंदी पर रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में केंद्र ने बताया है कि बिहार में 15% लोग शराब का सेवन कर रहे हैं। रिपोर्ट को राज्य के सभी स्वास्थ्य मंत्री जारी करते हैं। ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इसके सारे पैमाने को ध्यान में रखकर यह रिपोर्ट जारी की है।
रिपोर्ट के अनुसार बिहार में 48% लोग खैनी-गुटखा खाते हैं और 15% लोग शराब का सेवन करते हैं। गांव के इलाकों में ज्यादा शराब का सेवन चल रहा है। शहरों में शराब का सेवन काफी कम मात्रा में किया जा रहा है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार की महिलाएं भी पीछे नहीं हैं शराब का सेवन करने में। ग्रामीण क्षेत्रों की 0.4 % महिलाएं और शहरी क्षेत्रों की 0.5 % महिलाएं शराब का सेवन कर रही हैं।कई ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं, तो शराब का व्यवसाय अपने घर से कर रही हैं। जहां पर वह अपने घर में शराब छुपा कर रखती हैं। पुलिस शुरू से ही अपनी कार्रवाई के चलते समय-समय पर शराब तस्करों का भांडा फोड़ती आ रही है पर स्वास्थ्य मंत्री की रिपोर्ट ने बिहार में शराब बंदी की हकीकत सबके सामने ला दी है।

