किसानों के समर्थन में राजभवन के समक्ष भाकपा के किया उपवास

झारखंड
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रांची। कृषि कानून के विरोध में दिल्ली में डटे किसानों के समर्थन में 21 दिसंबर को राजभवन के पास भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की रांची जिला परिषद के तत्वावधान में एक दिवसीय सांकेतिक उपवास किया गया। इस उपवास का प्रारंभ किसान आंदोलन में शहादत देने वाले साथियों को श्रद्धांजलि देकर की गयी।

इस मौके पर पार्टी के राज्य सचिव और पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि पूरे राज्य में आज किसान संघर्ष के समर्थन में एकदिवसीय सांकेतिक उपवास हो रहा है। इसके बाद पूरे राज्य में किसानों के बीच इन कानूनों को लेकर जत्था निकाला जाएगा। जिला सचिव अजय कुमार की अध्यक्षता में सभा चली।

पार्टी राज्य परिषद सदस्य अजय सिंह ने कहा कि संविधान, हिंदुस्तान और किसानों के खिलाफ खड़ी केंद्र सरकार बेशर्मी की हद तक जाकर अंबानी, अडानी की दलाली कर रही है। इप्टा के इफ्तेखार अहमद ने कहा कि सीएए-एनआरसी की तरह किसान आंदोलन को बदनाम कर रही है।

पार्टी नेता उमेश नाजिर ने कहा कि कृषि कानून मोदी सरकार द्वारा लाया जाना, संविधान विरोधी हरकत है, जिसके किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। पूर्व जिला सचिव सच्चिदानंद मिश्रा ने कहा कि कृषि कानून देश में काला इतिहास है। इसके लिए मोदी सरकार को कभी माफ नहीं करेगी।

 एआईएसएफ के राज्य सचिव लोकेश आनंद ने कहा कि किसान आंदोलन देश की बड़ी लड़ाई है। एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष मेहुल मृगेंद्र ने कहा कि यह सरकार किसानों के खिलाफ किसान को खड़ा कर रही है। यह इसकी पुरानी नीति है।

इस मौके पर कमरुन्निसा, जयंत पांडेय, फरज़ाना फारूकी, शुभा कुमारी, छम्मू उरांव, हदीस अंसारी, अमीरुल्लाह, बुधुआ उरांव, सोमरा उरांव, बुद्धू उरांव, जतरु उरांव, तुलसी उरांव, चैता उरांव समेत कई लोग थे।