अल्पसंख्यक छात्रवृत्‍त‍ि घोटाले की जांच ACB से कराने की अनुशंसा

झारखंड शिक्षा
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  • डीसी ने कल्याण सचिव को भेजा पत्र

लातेहार । अल्‍पसंख्‍यक छात्रवृत्‍त‍ि घोटाले की जांच एसीबी से कराने की अनुशंसा की गई है। अनियमितता की पुष्टि होने के बाद उपायुक्त अबु इमरान ने विभागीय सचिव को पत्र भेजा है। कल्याण विभाग में पदस्थापित कल्याण पर्यवेक्षक पूर्ण शंकर भगत को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की अनुंशसा की है।

क्या है मामला

राज्य समेत जिले में भी वित्तीय वर्ष 2019-20 में अल्पसंख्यक छात्रवृति वितरण फर्जी तरीके से किये जाने का मामला उजागर हुआ है। इसके बाद उपायुक्त द्वारा एसडीओ महुआडांड़ की अध्यक्षता में टीम गठित कर पूरे मामले की जांच कराई गई। इस दौरान इस मामले में काफी अनियमितता पायी गई। प्रथम दृष्टया कल्याण पर्यवेक्षक को दोषी पाया गया। अन्य लोगों की संलिप्तता भी उजागर हुई है।

गहनता से जांच हो

इसपर उपायुक्त अबु इमरान द्वारा मामले की गहनता की जांच को लेकर विभागीय सचिव  को पत्र भेजा है। पूरे मामले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से जांच कराने एवं कल्याण विभाग में पदस्थापित कल्याण पर्यवेक्षक पूर्ण शंकर भगत को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की अनुंशसा की है।

इन विद्यालय में पायी गई अनियमितता

अल्पसंख्यक छात्रवृति वितरण में अनियमितता की जांच में महुआडांड़ स्थित बीएमसी मकताब विद्यालय, आवासीय विद्यालय महुआडांड़ एवं अल इसलामिया विद्यालय महुआडांड़ के नाम शामिल है। जांच में  कल्याण पर्यवेक्षक पूर्ण शंकर भगत, विद्यालय के तनवीर आलम, ओवेश रजा, सत्यानंद वर्मा और ओम प्रकाश दोषी पाए गए।