- अखिल भारतीय वर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन का समापन
रांची । अखिल भारतीय वर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के 60वें दो दिवसीय अधिवेशन के दूसरे दिन की शुरुआत खुले सत्र से हुई। नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष गोवर्धन प्रसाद गाड़ोदिया ने संजय हरलालका को राष्ट्रीय महामंत्री बनाने की घोषणा की। मुख्य अतिथि कोल इंडिया के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि आजादी के आंदोलन में समाज ने जो कार्य किया, उसके अनुसार उन्हें उपलब्धि नहीं मिली। चाहे जमनालाल बजाज की बात हो या किसी और की। ऐसे कितने ही क्रांतिकारी हैं, जिन्होंने अपना तन, मन, धन देश के लिए निछावर किया, लेकिन आज वे गुमनामी में है। हमारा समाज शुरू से विषम परिस्थितियों में भी सेवा में तत्पर रहा है। आने वाले समय में हमें अपने समाज सेवा की दिशा में कुछ परिवर्तन करने की आवश्यकता है। हमें अभी की परिस्थितियों के हिसाब से स्कूल और हॉस्पिटल का निर्माण में ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि पर्यावरण को बचाते हुए नए उद्योगों की स्थापना करें। मारवाड़ी समाज आने वाले समय में देश की प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा।
अधिवेशन के स्वागतमंत्री सह मीडिया प्रभारी अमित शर्मा ने कहा कि समाज में व्याप्त विभिन्न बुराइयों और कुप्रथाओं के प्रति सम्मेलन चिंता व्यक्त करता है। विगत वर्षों में समाज में शिक्षा के प्रति सम्मान बढ़ा है। सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए उचित पारिवारिक वातावरण और सहनशीलता के साथ-साथ नारी को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाना होगा।
मारवाड़ी के प्रांत के निर्वाचित अध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि उचित इलाज की जरूरत वाले समाज के लोगों को चिकित्सा कोष का गठन कर उसके माध्यम से उन्हें सहयोग प्रदान किया जाएगा। गंभीर बीमारियों के लिए समाज के वरिष्ठ चिकित्सकों का एक चिकित्सा सेल गठित करने की योजना है। झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के नए सत्र में मातृ एवं युवा शक्ति को बढ़ावा देने का विशेष प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कोरोना वायरस की चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसके समाधान के लिए समाज राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़ा है।
झारखंड प्रांत के महासचिव पवन शर्मा ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े जनतांत्रिक देश के रूप में भारत की प्रतिष्ठा सर्वमान्य है। सभी राजनैतिक दल स्वार्थ से ऊपर उठकर कार्य करें। मनोज बजाज ने बताया कि मारवाड़ी समाज पूरे देश के कोने-कोने में फैला है। संगठन का कार्य जमीनी स्तर पर होना आवश्यक है। इसके लिए यह जरूरी है कि नगर जिला और राज्य स्तर पर संगठन को सशक्त एवं प्रभावशाली बनाया जाए।
समापन समारोह में स्वागताध्यक्ष विनय सरावगी ने कहा कि राजस्थानी देश की समृद्ध भाषाओं में से एक है, जिसे प्रारंभ से ही साहित्यक मान्यता प्राप्त है। राजस्थानी भाषा लगभग 10 करोड़ लोगों की मातृभाषा है। उन्होंने राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित कर संवैधानिक मान्यता प्रदान करने की बात कही।
समारोह का संचालन कर रहे स्वागत मंत्री सुरेश चंद्र अग्रवाल ने कहा कि मारवाड़ी समाज हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। इस प्रकृति कार्य को आगे बढ़ने के लिए युवाओं की जरूरत है। युवा शक्ति राष्ट्र की शक्ति होती है। अखिल भारतवर्षीय के उपाध्यक्ष संजय हरलालका ने कहा कि मुझे जो जिम्मेदारी संगठन द्वारा दी गई है, उसे निभाऊंगा।
आज के कार्यक्रम में भागचंद पोद्दार, विनय सरावगी, राजकुमार केडिया, राज पुरोहित, पवन गोयनका, पवन पोद्दार, रवि शंकर शर्मा, कमल केडिया, अशोक नारसरिया, ललित पोद्दार, विनोद जैन, सुरेंद्र अग्रवाल, रोहित सारडा, विष्णु प्रसाद, कौशल राजगढ़िया, मनीष लोधा, अमित चौधरी, प्रमोद बाजल, प्रमोद, बासुदेव प्रसाद गुटगुटिया सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।