- पत्थर व्यवसायियों के लिए आतंक का पर्याय बन गया था दुर्दांत अपराधी
उपेंद्र गुप्ता
दुमका । पत्थर व्यवसायियों के लिए आतंक का पर्याय बने दुर्दांत अपराधी मुन्ना राय को उसके चार अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा के निर्देश पर गठित एसआईटी ने उन्हें गिरफ्तार किया।
जानकारी हो 12 नवंबर को काला मनोज को अज्ञात अपराधियों द्वारा गोली मारकर जान से मारने का प्रयास किया गया था। उनके बयान पर शिकारीपाड़ा थाना में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। पत्थर व्यवसायी आदित्यनाथ गोस्वामी से 41 लाख रंगदारी मांगी गई थी। अन्य लोगों से भी फोन से रंगदारी की मांग की गई थी।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर लगातार छापेमारी की जा रही थी। इधर मुन्ना राय द्रारा रंगदारी मांगने का सिलसिला भी जारी रहा। रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी जा रही थी। पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के गोसाईपहाड़ी गांव से पांच किलोमीटर दूर बंद पड़े पत्थर खदान के पास बने पक्का मकान में छापेमारी दल द्वारा की गई छापेमारी की गई। इसमें मुन्ना राय,लालू राय एवं सेगल हेम्ब्रम को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया।
इस संबंध में शिकारीपाड़ा थाना में आर्म्स एक्ट दर्ज किया गया। उपरोक्त अभियुक्तों के स्वीकारोक्ती बयान पर मुन्ना राय, उमेश सिंह, बिप्लव शर्मा को कांड (संख्या 131/20) के तहत गिरफ्तार किया गया। मुन्ना राय द्रारा पूर्व में किए गए अन्य कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की गई। गिरफ्तार अपराधियों के पास से दो देशी कट्टा,एक पिस्टल,19 जिंदा कारतूस, 6 मोबाइल, 10 सिमकार्ड, पत्थर व्यवसायी का मोबाइल नंबर अंकित कागजात एवं पूर्व में लूटा गया सर्वेंट मशीन मौके पर बरामद किया गया।
छापेमारी दल में एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी, शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी संजय सुमन, वकार हुसैन, जितेंद्र कुमार सिंह, रुपेश कुमार सिंह, छटन महतो, भीमसेन महतो, सोमाई किस्कु, रवि नारायण शर्मा और अन्य आरक्षी शामिल थे।