Good News : पहले की तरह ही रेल कर्मचारियों का प्राइवेट अस्‍पतालों में होगा इलाज

झारखंड
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  • रेफरल अस्पताल भेजने पर रोक का आदेश वापस
  • इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन ने जताया था कड़ा विरोध

धनबाद । रेल कर्मचारियों के लिए अच्‍छी खबर है। पहले की तरह ही उनका इलाज प्राइवेट अस्‍पतालों में होगा। रेल प्रशासन ने रेलकर्मचारियों की आकस्मिक और गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों के साथ अनुबंध किया है। इसके साथ ही रेफरल अस्‍ताल भेजने पर रोक का आदेश वापस हो गया है।

ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन और ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की पहल पर रेल प्रशासन ने यह कदम उठाया है। यूनियन की इस पहल से रेलकर्मचारियों को बेहतर तरीके से इलाज की सुविधाएं उपलब्ध हो गई थी। हालांकि रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ के श्रीधर ने 23 नवंबर को एक आदेश (संख्या- 2020/H-I/2/7/ ट्रीटमेंट) के तहत नये दिशानिर्देश जारी किए। इसके अनुसार रेलकर्मचारी को इलाज के लिए रेल अस्पताल में सुविधा उपलब्ध नहीं होने पर पहले उसे सरकारी अस्पताल में रेफर किया जाएगा। सरकारी अस्पताल में भी उपयुक्त सुविधा उपलब्ध नहीं होने पर कर्मचारी को आयुष्मान भारत के अंतर्गत अधिसूचित अस्पतालों में रेफर किया जाएगा या फिर केंद्रीय कर्मचारी स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) द्वारा निर्धारित दरों पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने वाले नि‍जी अस्पतालों में रेफर किया जाएगा। इस आदेश के बार रेल कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ गई थी।

डीके पांडेय

ईसीआरकेयू के केंद्रीय अध्यक्ष डीके पांडेय ने बताया कि इन दिशानिर्देश का पालन करने में कई मुश्किलें खड़ी हो रही थी। इसका खामियाजा बीमार रेलकर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा था। ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने तत्काल इन दिशानिर्देशों का कड़ा विरोध किया। मंगलवार को ही रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सह प्रमुख अधिशासी अधिकारी वीके यादव से विशेष बैठक कर उक्त आदेश से उत्पन्न होने वाले समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराया। तत्काल इसे निरस्त करने का अनुरोध किया। श्री यादव ने तुरंत ही रेलवे बोर्ड के स्वास्थ्य निदेशक को उक्त आदेश को निरस्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने महामंत्री श्री मिश्रा को आश्वस्त किया कि उक्त आदेश के निरस्तीकरण की अधिसूचना जल्द ही जारी कर दी जाएगी। इससे गंभीर और बीमार रेलकर्मचारियों को नि‍जी अस्पतालों में अब पहले की ही तरह सीधे रेफर किए जाने की सुविधा बहाल रहेगी।

यूनियन की पहल का एनके खवास, एके दा, टीके साहू, आरके प्रसाद,आरके सिंह, सोमेन दत्ता, विजय कुमार, परमेश्वर कुमार, नीतीश कुमार, परशुराम सिंह, एके दास, राजू चौबे, राजेंद्र कुशवाह, इस्लाम अंसारी, तपन विश्वास, रीतलाल गोप, सुबोध सिंह, सोमेन हालदार, विश्वजीत मुखर्जी, संजय सिंह आदि ने स्‍वागत किया है।