जैविक टमाटर की खेती से आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनेंगे किसान

कृषि झारखंड
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  • किसानों को केसीसी मुहैया कराया जायेगा : एलडीएम

योगेश कुमार पांडेय

गिरिडीह । टमाटर की जैविक खेती कर रहे किसानों को शीघ्र किसान क्रेडिट कार्ड दिया जाएगा। उक्त बातें अग्रणी जिला प्रबंधक रविंद्र कुमार सिंह ने बुधवार को कही। उन्होंने कहा कि अच्छे किसानों को अच्छी खेती के लिए कभी पैसों की कमी नहीं होगी। वह नाबार्ड और आइडिया के सहयोग से जिले के जमुआ प्रखंड में गठित एफपीओ पर्णहरित प्रोड्यूसर कंपनी और जमुआ फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी के किसानों द्वारा की जा रही टमाटर की जैविक खेती का निरीक्षण करने आए थे। उनके साथ नाबार्ड (गिरिडीह) के डीडीएम आशुतोष प्रकाश और बैंक ऑफ इंडिया की जमुआ शाखा प्रबंधक मो वसीम अकरम अंसारी भी थे।

डीडीएम आशुतोष प्रकाश ने कहा कि एफपीओ द्वारा किसानों को संगठित और वैज्ञानिक तरीके से खेती कर मात्र एक साल में उन्‍हें लखपति बनाया जाएगा। अच्छे किसानों को आगे बढ़ाने के लिए बैंक और सरकार तत्पर है। शाखा प्रबंधक ने कहा कि टमाटर की खेती कर रहे किसानों को शीघ्र केसीसी दिया जाएगा। तीनों पदाधिकारियों ने चचघरा और नईटांड में टमाटर की नर्सरी का निरीक्षण किया। एफपीओ के कार्यों को सराहा।

मौके पर पर्णहरित प्रोड्यूसर कंपनी के डायरेक्टर सुरेश वर्मा, जमुआ एफपीओ के डायरेक्टर दीपक वर्मा, शंकर वर्मा, सीईओ राजेश वर्मा, सीईओ सुनील कुमार, शंकर वर्मा सहित कई किसान मौजूद थे। जानकारी हो कि गोविंदपुरा, नईटांड और चचघरा तीन संकुल के 25 एकड़ में टमाटर की जैविक खेती की जा रही है।