पलायन रोकने में जिला प्रशासन असमर्थ, बसों में भरकर ले जाये जा रहे हैं मजदूर

झारखंड
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आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा । सरकार के लाख प्रयास के बाद भी जिले से मजदूरों का पलायन जारी है। मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चल रही है। मनरेगा में विभिन्न प्रकार की योजनाएं गांव और पंचायत स्तर तक चल रही है। इसके बाद भी मजदूरों का ठहराव गांव और घर में नहीं हो पा रहा है। उन्‍हें रोकने में जिला प्रशासन असमर्थ साबित हो रहा है।

जिले से रोजाना बसों में भरकर मजदूरों को ले जाया जा रहा है। औसतन चार से पांच बस मजदूरों का पलायन हर दिन हो रहा है। इसे रोकने के लिए 30 नवंबर को पुलिस ने अभियान चलाया। इसके तहत शंख पिकेट के पास रूबी नामक बस (JH02AA 1515) को पकड़ा। जांच पड़ताल की। ड्राइवर और गाड़ी में सवार यात्रियों से पूछताछ करने पर संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके बाद गाड़ी को पकड़कर थाना ले आई। पुलिसकर्मियों ने बताया जांच के बाद श्रम अधीक्षक के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

श्रम अधीक्षक वीरेंद्र ने बताया व्‍यापार और मजदूरी करने के लिए कहीं भी जाने को मजदूर स्वतंत्र है। हालांकि ठेकेदार के माध्यम से जाने पर हरा कार्ड के लिए उनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाना है। यदि वे स्वयं जाना चाहते हैं तो उन्‍हें लाल कार्ड के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है। हरा और लाल कार्ड रजिस्ट्रेशन का उद्देश्‍य भविष्य में किसी प्रकार का हादसा होने पर उन्हें आसानी से ट्रेस करना है। इसके बाद ही सरकारी सुविधा का लाभ उन्‍हें या उनके परिजन को मिल सकता है। उन्होंने कहा कि मजदूर अपना रजिस्ट्रेशन कराकर ही बाहर जा सकते हैं। बगैर रजिस्ट्रेशन बाहर जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।